भजन – हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन | Bhajan: Hey Dukh Bhanjan Maruti Nandan
भजन – हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन | Bhajan: Hey Dukh Bhanjan Maruti Nandan
Bhajan Lyrics In Hindi: Hey Dukh Bhanjan Maruti Nandan
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
अष्ट सिद्धि नव निधी के दाता
दुखिओं के तुम भाग्यविदाता
अष्ट सिद्धि नव निधी के दाता
दुखिओं के तुम भाग्यविदाता
सियाराम के काज सवारे
सियाराम के काज सवारे
मेरा कर उधार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
दुखिओं के तुम भाग्यविदाता
अष्ट सिद्धि नव निधी के दाता
दुखिओं के तुम भाग्यविदाता
सियाराम के काज सवारे
सियाराम के काज सवारे
मेरा कर उधार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
अपरम्पार हे शक्ति तुम्हारी
तुम पर रीझे अवधबिहारी
अपरम्पार हे शक्ति तुम्हारी
तुम पर रीझे अवधबिहारी
भक्ति भाव से ध्याऊं तोहे
भक्ति भाव से ध्याऊं तोहे
कर दुखों से पार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
तुम पर रीझे अवधबिहारी
अपरम्पार हे शक्ति तुम्हारी
तुम पर रीझे अवधबिहारी
भक्ति भाव से ध्याऊं तोहे
भक्ति भाव से ध्याऊं तोहे
कर दुखों से पार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
जपं निरंतर नाम तिहरा
अब नहीं छोडूं तेरा द्वारा
जपं निरंतर नाम तिहरा
अब नहीं छोडूं तेरा द्वारा
राम भक्त मोहे शरण मे लीजे
राम भक्त मोहे शरण मे लीजे
भाव सागर से तार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
अब नहीं छोडूं तेरा द्वारा
जपं निरंतर नाम तिहरा
अब नहीं छोडूं तेरा द्वारा
राम भक्त मोहे शरण मे लीजे
राम भक्त मोहे शरण मे लीजे
भाव सागर से तार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार
हे दुःख भन्जन मारुती नंदन
सुन लो मेरी पुकार
पवनसुत विनती बारम्बार
पवनसुत विनती बारम्बार